About
Chaudhary Hanuman Prasad Krishak Mahavidyalaya, Rudrapur Bhaghai, Baskhari – Ambedkar Nagar was
established with the vision of spreading the light of education and fostering cultural as well
as moral values in society. Inspired by the noble ideals of sages, rishis, and divine souls, the
institution stands as a beacon of knowledge and service.
The college is a tribute to the inspiration drawn from late Shri Ramkaran Lal and late Shri
Vibhuti Chaudhary, whose lives of dedication and selfless service continue to guide us. Their
values laid the foundation for creating an academic environment that emphasizes not only
education but also character-building and social upliftment.
Located in the heart of Ambedkar Nagar, amidst the sacred land between the rivers Ganga and
Saryu, this institution carries forward the legacy of great personalities, including Dr. Bhimrao
Ambedkar, whose vision for education and social justice resonates in our mission.
The foundation stone of the college was laid on 7th September 2004. Since then, the institution
has been committed to providing quality higher education, particularly to the rural and
underprivileged sections of society. With continuous efforts, the college has grown into a
center of learning, empowering students with knowledge, values, and skills for a brighter
future.
परम् सत्य सर्वद्रष्टा परमानन्द सत्य स्वरूप जगतनियन्ता पारब्रह्म परमेश्वर की असीम सकृपा एवं आर्यावर्त के महापुरूषों मनीषियों, ऋषियों तथा देवर्षियों के पीयूष सदृश्य संस्थापित आदर्शों से ही जीवन में सत्यकार्य के क्रियान्यवयन की दृढ़ प्रेरणा प्राप्त होती है। जनपद अम्बेडकर नगर के ग्राम दरावपुर, पोस्ट-परूइया आश्रम के परम् पूज्याभिपूज्य पिता स्वर्गीय श्री रामकरन वर्मा एवं नित्य बन्दनीय स्वर्गीय श्री विभूति चौधरी हमारे प्रेरणा स्रोत हैं। जो प्रकाश स्तम्भों की भाँति प्रतिपल सन्मार्ग व उन्नति की दिशा में मेरे संबर्धन में सहायक रहे हैं। अद्यतन उन महान विभूतियों ने मेरे अन्दर जो सभ्यता और संस्कार की रुकी धारा प्रवाहित की हे, वह मेरे व्यक्तित्व के बहुमुखी विकास को स्थापित करने का मुख्य कारक बनी। सम्प्रति मेरे अन्र्तमन में शैक्षिक जगत के उन्नयन के लिए सदैव से पीड़ा की अनुभूति रची और बसी थी। यही कारण है कि मैंने अपने पूर्वजों के सद्विचारों से आत्मबल प्राप्त कर उच्च शिक्षा में उत्कृष्ट शैक्षिक माहौल बनाने तथा शिक्षा की अखण्ड ज्योति जलाने का बरियावन (रुद्रपुर भगाही) में एक सफल प्रयास किया।
आदि गंगा तमसा और सरयू के मध्यांचल में महान व्यक्तित्व के स्वामी दलितों एवं शोषितों के हितैषी डॉ० भीमराव अम्बेडकर के नाम पर स्थापित अम्बेडकर नगर के पूर्वाचल में अकबरपुर-आजमगढ़ मुख्य सड़क पर जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर जनपद अम्बेडकर नगर का हृदय स्थल की मान्यता प्राप्त उर्वरा क्षेत्र ग्राम-रूद्रपुर भगाही, पो०- बरियावन में मैंने उच्च शिक्षा के विकास तथा उन्नयन को तीव्र गति प्रदान करने हेतु 9 जून सन् 2004 ई0 को चोधरी हनुमान प्रसाद कृषक महाविद्यालय, रूद्रपुर भगाही बरियावन की आधारशिला रखी। महाविद्यालय का शिलान्यास उक्त तिथि को माननीय श्री शंखलाल मांझी मत्स्य राज्यमंत्री, उ०प्र० शासन के कर कमलों द्वारा माननीय श्री अजय कुमार वर्मा एल० एल०सी० की अध्यक्षता में बहुत ही धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।
महाविद्यालय के निर्माण का कार्य इतने तीव्र गति से हुआ कि अनुमानतः 6 माह के अन्दर ही 6 शिक्षण कक्षों (34x28) तथा हाल, मुख्य गेट एवं चहार दीवारी का निर्माण बरामदा सहित बहुत ही सुसज्जित ढंग से निर्मित हुआ। सम्प्रति महाविद्यालय में 16 शिक्षण कक्ष, एक सुव्यस्थित प्रशासनिक भवन A-सम्पूर्ण सामग्री से युक्त पी० जी०डी०सी०ए० लैब, वृहदय पुस्कालय, मुख्य गेट एवं चर्तुदिक चहार दीवारी निर्मित है। मेरे अथक परिश्रम, चिन्तन, जिज्ञासा एवं सत्प्रयासों के फलस्वरूप इस महाविद्यालय को जुलाई 2005 से स्नातक (बी०ए०) की मान्यता कला संकाय में हिन्दी, संस्कृत, उर्दू, गृहविज्ञान, समाजशास्त्र, प्राचीन इतिहास, एवं भूगोल तथा पी०जी०डी०सी०ए० विषयों में महामहिम कुलाधिपति (राज्यपाल) उ०प्र० शासन द्वारा प्राप्त हुई, जो डॉ० राममनोहर लोहिया अवध विश्व विद्यालय फैजाबाद से सम्बद्ध है। मैंने महाविद्यालय में उत्कृष्ट शैक्षिक माहौल स्थापित करने एवं महाविद्यालय को आदर्श स्तर पर ले जाने के लिए योग्य एवं कुशल प्रशासक के रूप में प्राचार्य डॉ० अवधेश कुमार चौधरी को नियुक्त किया।
महाविद्यालय में उत्तम अध्यापन व्यवस्था हेतु अपने-अपने विषयों में दक्ष अनुभवी, सुयोग्य प्राध्यापकों की नियुक्ति की गयी। जो छात्र/छात्राओं के सर्वागीण विकास के लिए समर्पित अध्यापन कार्य के साथ-साथ जीवन के अन्य प्रतिस्पर्धात्मक क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने के लिए सभी अध्ययनरत छात्र/छात्राओं का सफल मार्ग दर्शन भी करेंगे। इस प्रकार यह महाविद्यालय अवध विश्वविद्यालय में अपना एक अलग ही स्थान बनाने में सफल होगा। स्वच्छ वातावरण एवं सौम्य प्राकृतिक आभा के दर्शन कराता यह महाविद्यालय अतीत के गौरवमयी शिक्षण परम्परा का निर्वाह करते हुए आधुनिक फर्नीचर, संसाधन एवं उच्च प्रौद्योगिकी की सहायता से अपने छात्र/छात्राओं के सर्वागीण विकास हेतु सदैव उद्यम्शील तथा कृत संकल्पित रहेगा। ज्ञान की एक मात्र देवी वीणापाणि के उपास्य एवं ज्ञान बिपाशु विद्यार्थियों को शारीरिक बौद्धिक एवं अध्यात्मिक शक्तियों के संचय की प्रेरणा देकर मानवता के कल्याण हेतु उन्हें प्रस्तुत करना संस्था का पवित्र उद्देश्य है। संस्था एवं संस्था परिवार का आदर्श वाक्य है-
"श्रम, संयम और मितव्ययिता"
Our mission is to develop young men with active and creative minds, a sense of understanding and compassion for others, and the courage to act on their beliefs. We stress the total development of each child: spiritual, moral, intellectual, social, emotional, and physical.
Community College recognizes that each child is an individual; that all children are creative; that all children need to succeed. Therefore, Community School respects the individual needs of children; fosters a caring and creative environment; and emphasizes the social, emotional, physical, intellectual development of each child.